डॉ ओपी भारती
गोंडा:जून का महीना और हीट वेब से जहाँ जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया था, पारा 45 डिग्री पार कर रहा था वहीं रात 3 बजे से हो रही प्री मानसून की बारिश ने बहुत बड़ी राहत पहुंचाई है। इस बारिश ने जहाँ गर्मी का गुरुर तोड़ दिया है वहीं किसानों के चेहरे भी खिल गये हैं। पिछले कई दिनों से तेज लू के साथ चिलचिलाती हुई गर्मी पड़ रही थी, किसानों ने धान की रोपाई के लिए बेरन डाल रखा था, लेकिन प्रचंड गर्मी की वजह से बेरन के अंकुर निकलने के बाद सूख रहे थे। कुछ किसान अभी तक गर्मी को देखते हुए बेरन भी नहीं डाल पाए थे। सूखे पड़े खेतो की जुताई भी नहीं हो पाई थी। अब समय से हुई बारिश ने किसानों सहित आम लोगों को भी राहत पहुंचाई हैं। किसान नीरज मिश्रा बताते हैं की अब खेतो की जुताई भी हो जाएगी और धान के बेरन नहीं सूखेंगे। राजमन गोस्वामी ने बताया की बेरन खेत मे सूख रहे थे इस पानी से काफ़ी राहत मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विशेषज्ञ नरेंद्र प्रताप सिंह ने आशंका व्यक्ति की हैं की यदि थोड़ी बारिश होने के बाद आगे बारिश नहीं होंगी तों उमस से संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जायेगा। ऐसे मे अपने सेहत का ख्याल अवश्य रखें।