पंश्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
गोंडा:सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन आत्मा योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत दुर्गागंज एवं महेशपुर विकासखंड नवाबगंज में कृषि विभाग द्वारा संचालित फॉर्म स्कूलों में डॉ. रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर ने कृषकों को गेहूं सरसों गन्ना में समसामयिक कार्य, बसंत कालीन उर्द एवं मूंग की खेती आदि की जानकारी दी। गेहूं में बाल निकलने से पूर्व रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग अवश्य कर दें। खेत को खरपतवारों से मुक्त रखें । बसंतकालीन उर्द एवं मूंग की बुवाई का समय मध्य फरवरी से मध्य मार्च तक है । बुवाई से पूर्व बीज को राइजोबियम कल्चर जैव उर्वरक से अवश्य उपचारित कर दें। बीज को उपचारित करने के लिए आधा लीटर पानी में 50 ग्राम गुड़ डालकर घोल लेते हैं । इसमें एक पैकेट राइजोबियम कल्चर वजन 200 ग्राम को अच्छी तरह मिलाएं । यह घोल 10 किलोग्राम बीज उपचार के लिए पर्याप्त होता है । वीरेंद्र कुमार यादव बीटीएम ने कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं कुसुम योजना, कृषि यंत्रीकरण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, कृषि निवेशों में देय अनुदान आदि की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ पाने के लिए किसान भाई फार्मर रजिस्ट्री अवश्य करा लें। फॉर्म स्कूल में एचीवर कृषक प्रकाश के खेत पर गेहूं प्रजाति डीबीडब्ल्यू 187 (करण वंदना) के प्रदर्शन का भ्रमण कृषकों को कराया गया । फसल की बढ़वार अच्छी है। फसल कीट एवं बीमारी से मुक्त है। इस अवसर पर फॉर्म स्कूल दुर्गागंज में प्रगतिशील कृषकों रामशंकर, प्रकाश, श्रीमती मुन्नी देवी आदि तथा महेशपुर में रामबरन, टैटू नवमी, रंजीत आदि ने कृषक प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर खेती की तकनीकी जानकारी प्राप्त की।