पंश्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज गोंडा: कटरा कुटी पीठ के ब्रह्मलीन शिक्षक संत सत्यनारायण दास महाराज के पावन स्मृति में आयोजित सेवानिवृत शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया ! समारोह का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा मां हंस वाहिनी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया ! कार्यक्रम के संयोजक विधायक प्रतिनिधि हरैया विनोद गुप्ता ने कार्यक्रम के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी ! अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम प्रभारी डॉ अरुण सिंह ने किया ! कार्यक्रम का संचालन रविंद्र पांडे ने किया ! कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीठ के महंथ स्वामी चिन्मयानंद महाराज ने कहा कि शिक्षक सम्मान केवल पुरस्कार नहीं है बल्कि इसे पाने वाले शिक्षकों के लिए नई जिम्मेदारी है ,ऐसे शिक्षकों के लिए प्रतिस्पर्धा खुद से है उन्हें कुछ नया करके दिखाना होगा जो समाज और राष्ट्र के लिए अनुकरणीय बने !
महान दार्शनिक शिक्षाविद् पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद करते हुए राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका शशि कला श्रीवास्तव ने कहा कि एक शिक्षक राष्ट्र निर्माता है सशक्त और समृद्ध राष्ट्र की आधारशिला है ! प्राचीन काल से ही भारत ने अपने शिक्षकों के इस परंपरा को मान्यता दी है ! दरोगा बाबू ने कहा कि प्राचीन ग्रंथो से हमें प्रेरणा मिलती है कि बिना श्रद्धा के ज्ञान नहीं प्राप्त हो सकता ! सतत् परिश्रम लगन और निष्ठा से व्यक्ति महान बनता है !
बबलू तिवारी महाराज ने कहा जब शिक्षक आगे और समाज उनके पीछे होती है तो राष्ट्र नित नए प्रतिमान स्थापित करते हुए विश्व गुरु बनता है ! कथावाचक पं भुवनेश शास्त्री ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माण की वह महत्वपूर्ण कड़ी है जिससे राष्ट्र निर्माण को समय अनुसार आदर्श गति मिल सकती है ! रविन्द्र पांडे ने कहा कि आज शिक्षकों और विद्वतजनों के प्रति राजा व प्रजा दोनों उदासीन है जिसका परिणाम देश भोग रहा है ! प्रधानाचार्य संतोष पांडे ने कहा कि राजा और प्रजा दोनों को शिक्षकों के सम्मान के प्रति खुलकर सामने आना ही होगा काश शिक्षकों के सम्मान के प्रति पूरा राष्ट्र सह्रदय हो पता तो बहुत कम समय में सनातन संस्कृति का डंका विश्व पटल पर गुंजायमान हो जाता ! कार्यक्रम के अंत में सभी सेवानिवृत्ति शिक्षकों प्रधानाध्यापकों , प्रधानाचार्यो , प्राचार्यों को अंगवस्त्र माल्यार्पण देकर सम्मानित किया गया ! विशाल भंडारे के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ ! इस अवसर श्रीराम कथा का संक्षिप्त अमृत वर्षा कथा वाचक भुवनेश शास्त्री ने किया! इस अवसर पर पं परशुराम शर्मा, दरोगा बाबू, कार्यक्रम के मुख्य यजमान राम बाबू श्रीवास्तव,अनुपम श्रीवास्तव,डॉ अरुण सिंह, विपनेश पांडे ,राम गोपाल सिंह ,डॉ कुमार , बिहारी लाल पांडे,विनोद कुमार गुप्ता ,पं चंद्र किशोर शास्त्री , शशि कला श्रीवास्तवा ,जय प्रकाश श्रीवास्तव, विहिप के सुरेंद्र सिंह, घनश्याम पांडे, राम अनुहार मिश्र,जय प्रकाश सिंह,ओमप्रकाश गुप्ता, विजय सोनीआदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे !