खमरिया-खीरी:धौरहरा क्षेत्र के खमरिया में स्थित जुआरी ग्रुप की चीनी मिल का चक्का चलते ही तौल केंद्रों से ओवर लोड गन्ना लादकर मुख्य सड़कों पर फर्राटा भर रहे ट्रक आमजन के लिए मुसीबत बनने लगे है। बावजूद ज़िम्मेदार पूर्व वर्षो की भांति इन ओवर लोड ट्रको पर लगाम लगा पाने मे अस्मर्थ साबित हो रहे है। जिसके चलते बुधवार को ईसानगर सिसैया रोड पर कई फिट ऊंचा गन्ना भरकर चीनी मिल जा रहे ट्रक का गन्ना सड़क किनारे एक घर पर गिर गया जिसके नीचे बैठे मां बेटे दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए।जिसको देख आनन फानन में पहुची पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से घायलों को अस्पताल भेजकर ट्रक को कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। फिर भी लोगो ने ओवर लोड वाहनों को लेकर जिम्मेदारों पर सवालिया निशान लगाया है।
बुधवार को ईसानगर क्षेत्र के तौल केंद्र से ओवर लोड गन्ना भरकर ऐरा चीनी मिल को जा रहे ट्रक का आधा गन्ना इमलिया के पास सड़क किनारे बने एक घर पर गिर गया। जिसके नीचे मीना देवी (60) पत्नी त्रिभुवन सिंह व उनका (22) वर्षीय पुत्र संतोष सिंह दब गए। जिसको देख आस पड़ोस के लोगो ने कड़ी मशक्कत कर गन्ने को हटाकर दोनों को बाहर निकालकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल मां बेटे को अस्पताल भेजकर ट्रक को कब्जे में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी। इस दौरान काफी देर तक अफरातफरी का माहौल बना रहा।
भाड़ा अधिक पाने के चक्कर मे प्रतिबंधित ट्राला की निकाली काट
शासन ने वर्षो पहले बड़े बड़े ट्रालों को जो ओवर लोड गन्ना भरकर दुर्घटनाओं को अंजाम दे रहे थे उन पर पाबंदी लगा दी थी,जिसकी वजह से तौल केंद्रों से चीनी मिल तक गन्ना लाने के लिए ट्रकों की मांग बढ़ गई। जिसमें कमाई कम होती देख कुछ वाहन स्वामियों ने नया तरीका निकालकर प्रतिबंधित ट्रालो की काट खोज उसी प्रकार के और अधिक बड़े ट्राले बनवाकर ट्रकों में जोड़ कर कई सौ कुंतल गन्ना लोड कर अधिक कमाई के लिए सड़को पर फर्राटा भरकर गन्ने की ढुलाई शुरू कर दी, जो आमजन के लिए दुर्घटनाओं का कारण बन मुसीबत बन हुए है। बावजूद ज़िम्मेदार इन ओवर लोड वाहनों पर लगाम लगा पाने में अस्मर्थ दिखाई पड़ रहे है। जिनको देख क्षेत्रवासी जिम्मेदारों पर ही सवालिया निशान लगाने शुरू कर दिए है। फ़िलहाल कुछ भी हो अब देखना यह होगा कि इन ओवर लोड वाहनों पर परिवहन विभाग लगाम लगा पाता है या दुर्घटनाओं को अंजाम देकर लोगो को असमय ही काल के गाल में शमाने के लिए अभयदान देगा,यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
लखीमपुर खीरी से कमलेश की रिपोर्ट