गोंडा के छपिया में चार साल तक एक-दूसरे से प्रेम करने वाले बलराम और चांदनी ने गांव के मंदिर में परिवार और ग्रामवासियों की मौजूदगी में शादी रचाई। पढ़ें पूरी खबर।
चार साल के प्यार ने पहनी मंगलसूत्र की माला, गांव के मंदिर में गूंजे विवाह के मंत्र
कृष्ण मोहन
गोंडा:जिस प्रेम को लोग अक्सर नजरें चुराकर जीते हैं, उसे छपिया थाना क्षेत्र के मोक्लापुर गांव के दो दिलों ने समाज के सामने गर्व से कबूल कर लिया। बलराम यादव और चांदनी गौतम ने अपनी चार साल लंबी प्रेम कहानी को विवाह के पवित्र बंधन में बदलकर गांववालों को गवाह बना दिया।
बलराम, जो बेचू यादव का बेटा है, और चांदनी, जो शिवशंकर गौतम की बेटी हैं, दोनों बचपन से एक-दूसरे को चाहते थे। वक्त बीतता गया, पर उनका जज़्बा कभी नहीं डगमगाया। तमाम सामाजिक सरहदों को लांघते हुए उन्होंने अपने रिश्ते को सम्मान दिलाने का फैसला किया। परिवार वालों की रजामंदी मिलते ही गांव के प्राचीन मंदिर में विधिवत मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लिए गए।
मंदिर में गूंजते शंख और मंत्रों की ध्वनि के बीच जब बलराम ने चांदनी के गले में मंगलसूत्र पहनाया, तो वहां मौजूद हर आंख नम हो गई। यह सिर्फ दो दिलों का मिलन नहीं था, बल्कि समाज में प्रेम की स्वीकार्यता की एक नई कहानी भी थी।
शादी के मौके पर गांव के बुजुर्गों से लेकर युवा तक, हर कोई मौजूद रहा। आशीर्वादों की बौछार में डूबे नवविवाहित जोड़े ने भी मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना कर अपने नए जीवन की शुरुआत की।
गांव का माहौल पूरे दिन उत्सव जैसा रहा। लोग कहते दिखे कि बलराम और चांदनी ने जो हिम्मत दिखाई है, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए मिसाल बनेगी। सभी ने नवविवाहित जोड़े के सुखी दांपत्य जीवन की कामना की और खुशी-खुशी विदा दी।