नानी के घर रहने वाला किशोर अचानक से लापता हो गया। घंटों कड़ी मशक्कत करने के बाद भी ननिहाल वालों को सफलता नहीं मिली, तब उन्होंने स्थानीय पुलिस में बालक के गायब होने की जानकारी उपलब्ध कराई। सूचना मिलने के बाद अलर्ट हुई पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया के जरिए किशोर को देर रात बरामद कर लिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गोंडा जिले के थाना उमरी बेगमगंज अंतर्गत ऐली परसौली गांव के रहने वाले राजेश सिंह का 13 वर्षीय लड़का, अभय सिंह अपने ननिहाल जौनपुर जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत रामनगर उपधान गांव से किसी को बिना कुछ बताएं अचानक गायब हो गया था। जिससे ननिहाल वालों में हड़कंप मच गया, उन्होंने गांव, मोहल्ले, सड़क, खेत, खलिहान तलाश कर नजदीकी रिश्तेदारियों में फोन करके जानकारी ली। बालक का खोजबीन करते हुए लगभग 5 घंटे बीत गए। लेकिन उसका कहीं सुराग नहीं लगा।
घर में मचा हड़कंप: बालक के गायब होने की जानकारी जैसे ही पैतृक गांव ऐली परसौली में मिली, परिवार वाले परेशान हो गए। वह भी मासूम को खोजने जौनपुर जाने की तैयारी करने लगे। उधर ननिहाल वालों ने महराजगंज पुलिस में बालक के गुमशुदा होने की गुहार लगाई।
पुलिस ने खंगाले कैमरे: थानाध्यक्ष महराजगंज ने गुमशुदा बालक के तलाश के लिए पुलिस टीम बनाकर संभावित रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाला। एक अभियान के रूप में बालक के फोटो को राहगीरों एवं दुकानदारों को दिखाते हुए पूछताछ की। सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए तस्वीर को वायरल किया गया। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस बालक तक पहुंचने में कामयाब हो गई। गुमशुदा हुए बालक को बदलापुर रेलवे स्टेशन के पास से सकुशल बरामद कर लिया।
परिजन बोले धन्यवाद पुलिस: गायब हुए बालक को पुलिस की मदद से सकुशल वापस पाकर परिजनों ने पुलिस को धन्यवाद दिया। परिजनों ने कहा कि बालक के गायब होने से ननिहाल और बेटी के ससुराल में कोहराम मचा हुआ था। पुलिस ने सूचना के महज 3 घंटे के भीतर बालक को बरामद कर बड़ा उपकार किया है।
बोले थानाध्यक्ष: महाराजगंज थानाध्यक्ष ओमप्रकाश पाण्डेय ने बताया कि बालक के गायब होने की जानकारी मिलते ही चौकी प्रभारी मंसाराम गुप्ता, उप निरीक्षक सत्येंद्र सिंह, कांस्टेबल रणविजय यादव, चंदन कुमार यादव, और अनुज तोमर को बालक की तलाश के लिए तत्काल अलर्ट कर दिया गया था। सोशल मीडिया व सीसीटीवी फुटेज के जरिए बालक को खोज कर रेलवे स्टेशन के पास से बरामद करके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
रमेश कुमार मिश्रा की रिपोर्ट