मसरूर खान
सिंगाही, खीरी: दहेज के लालच में शादी से मुकरने वाले दूल्हे को आखिरकार कानून के डर ने घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। वर पक्ष पर दहेज उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज होते ही दूल्हे राजा घबरा गए और आनन-फानन में बारात लेकर कन्या के दरवाजे पर पहुंच गए।
कैसे पलटी कहानी?
थाना क्षेत्र नौरंगाबाद की ममता देवी की शादी 7 मार्च को सुरेंद्र कुमार (निवासी दुबहा) से तय थी। लेकिन शादी के दिन अचानक वर पक्ष ने दो लाख रुपये नकद और बाइक की मांग कर दी। जब यह मांग पूरी नहीं हुई, तो बारात लाने से इनकार कर दिया।
मां ने दर्ज कराई दहेज उत्पीड़न की रिपोर्ट
शादी न होने पर 12 मार्च को ममता की मां शकुंतला देवी ने सिंगाही थाने में दहेज उत्पीड़न और धमकी देने की शिकायत दर्ज कराई। रिपोर्ट में सुरेंद्र, उसके भाई पंकज, पिता ओंकार, एक अन्य व्यक्ति महेश (निवासी दुबहा) और रजनीश (निवासी त्रिकौलिया) के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
कानूनी शिकंजे में फंसते ही बदला फैसला!
पुलिस की कार्रवाई शुरू होते ही वर पक्ष के होश उड़ गए। डर के मारे बुधवार को दूल्हा सुरेंद्र पूरे तामझाम के साथ नौरंगाबाद गांव में बारात लेकर पहुंचा। समझौते के तहत एफिडेविट पर लिखित आश्वासन दिया गया कि लड़की को प्रताड़ित नहीं किया जाएगा।
धूमधाम से हुई शादी, लड़की विदा
लड़की पक्ष ने लिखित आश्वासन मिलने के बाद शादी के लिए हामी भर दी और फिर धूमधाम से विवाह संपन्न हुआ। इस पूरे घटनाक्रम से समाज में एक कड़ा संदेश गया कि कानून का डर दहेज लोभियों को झुकाने की ताकत रखता है।