खीरी के महराजनगर गांव में मंगलवार सुबह खेतों में तेंदुआ देख मचा हड़कंप। सेमल के पेड़ से उतरते ही खेत में छिपा, पुलिस-वन विभाग की टीम मौके पर।
आंख मिचौली करता तेंदुआ बना खौफ की वजह, खेत में छिपते ही मची अफरा-तफरी!
कमलेश
खीरी (धौरहरा)। मंगलवार की सुबह धौरहरा क्षेत्र के महराजनगर गांव में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब लोगों की नींद खेतों में दिखाई दिए एक तेंदुए ने उड़ा दी। खेत में गेहूं काट रहे किसान अचानक ठिठक गए, महिलाएं दरवाजे बंद करने लगीं और बच्चे डरे-सहमे घरों में दुबक गए। लेकिन कुछ युवाओं का जोश उस डर पर भारी पड़ा—वे मोबाइल लेकर मौके पर पहुंच गए, मानो कोई लाइव शो चल रहा हो!
बताया जा रहा है कि यह तेंदुआ पहले सेमल के एक ऊँचे पेड़ पर चढ़कर आंख मिचौली करता रहा। नीचे खड़े लोगों को शायद लगा कि यह जंगल का कोई कलाकार है, लेकिन जैसे ही वह फुर्ती से उतरकर खेतों की तरफ भागा और फसल में छिप गया, सबकी सांसें अटक गईं।
पुलिस और वन विभाग की टीम ने मोर्चा संभाला, लेकिन तेंदुआ भी कम चालाक नहीं निकला। कभी पेड़ तो कभी खेत-उसकी हर हरकत मानो कह रही थी, "पकड़ सको तो पकड़ लो!"
ग्रामीणों में खौफ, खेतों में सन्नाटा
जहां एक ओर फारेस्ट विभाग उसे पकड़ने की जद्दोजहद में लगा है, वहीं दूसरी ओर खेतों में काम कर रहे किसान सहमे हुए हैं। गन्ने की रखवाली और गेहूं की कटाई का वक्त है, लेकिन तेंदुए की मौजूदगी ने सब कुछ रोक दिया है। गांव की गलियों में अब बच्चों के खेलने की आवाज़ नहीं, बल्कि तेंदुए के बारे में चर्चाएं गूंज रही हैं।
वन क्षेत्राधिकारी एनके चतुर्वेदी ने बताया, “सुबह से तेंदुआ महराजनगर और आसपास के गांवों में घूम रहा है। हमारी टीम पूरी कोशिश कर रही है कि उसे सुरक्षित पकड़ा जाए।”
खतरा टला नहीं, लेकिन सबकी नजरें तेंदुए पर
हालात अब भी तनावपूर्ण हैं। खेतों के चारों ओर ग्रामीणों की भीड़, मोबाइल की रिकॉर्डिंग और पुलिस-फॉरेस्ट की मुस्तैदी बता रही है कि यह तेंदुआ केवल जंगल से नहीं निकला, लोगों के दिलों में भी घुस चुका है। जब तक उसे काबू में नहीं लिया जाता, धौरहरा की यह आंख मिचौली जारी रहेगी।