कमलेश
खमरिया-खीरी:शिक्षा संघर्ष मोर्चा एवं फाउंडेशन की अगुवाई में महंगी शिक्षा,निजी स्कूलों द्वारा वसूली जा रही मनमानी फीस,बेचे जा रहे महंगे कोर्स,वाहनों के जरिये लिए जा रहे मनमाने दामों के विरोध में चलाई जा रही जन-जागरूकता रैली रविवार को धौरहरा के कस्बा खमरिया व उसके आस पास के गांवों में पहुची। जहाँ रैली को समर्थन करने वालो की संख्या में असमय बढ़ोत्तरी देख निजी संस्थानों के माथे पर बल पड़ना लाजमी होने लगा है।
शिक्षा संघर्ष मोर्चा एवं फाउंडेशन द्वारा फीस संशोधन अधिनियम की मांग के साथ प्रारम्भ हुई जन जागरूकता जन समर्थन यात्रा तीसरे दिन जहां ग्राम सभा अमेठी से प्रारम्भ होकर महराजनगर,केशवापुर,करौहा, खरवहिया,बसंतापुर,भौव्वापुर खुर्द, बेलवा होते हुए रेहुआ चौराहा पर सम्पन्न हुई वही चौथे दिन की यात्रा खमरिया क्षेत्र के बसढ़िया गांव से प्रारम्भ होकर खमरिया,अल्लीपुर सहित उसके आस पड़ोस के दर्जन भर गांवों में पहुची जहां रैली का समर्थन करने वालों की तादात बढ़ती गई। जिसको देख निजी संस्थानो के माथे पर बल पड़ना लाजमी होने लगा है। इस बाबत मोर्चा के संस्थापक महेश गंभीर ने बताया कि इस रैली के जरिये उनका उद्देश्य गरीब,किसान तबके के बच्चो को अच्छी शिक्षा सस्ते में दिलाने की है। उसके लिए उनकी सरकार से मांग है कि इसको गंभीरता से लेते हुए फीस संसोधन बिल लाकर निजी संस्थाओं द्वारा की जा रही लूट को बंद करे। यही नही फीस के साथ साथ महंगे भारी भरकम अनावश्यक कोर्स की बाध्यता को समाप्त करने,कक्षा एक से ही समान कोर्स नियम का सख्ती से पालन कराए जाने सहित अन्य मांगे भी है। उनका यह संघर्ष तब तक चलेगा जब तक उनकी मांगे सरकार मान नही लेती।