गोंडा। सैनिक परमार्थ चिकित्सालय मनकापुर के महेवा नानकार में विशाल दिव्यांगजन सहायक उपकरण का वितरण कर्नल बिपिन शुक्ला ने करवाया।
जनपद के विभिन्न ब्लाकों के पंजीकृत किये गये दिव्यांगजनों को बैटरी मोटर चलित ट्राई साइकिल , हाथ से चलित ट्राई साइकिल व्हील चेयर, बैशाखी, वाकिंग स्टिक आदि सहायक उपकरणों का वितरण किया गया। वितरण के पूर्व सैनिक परमार्थ चिकित्सालय महेवानानकार मनकापुर के अध्यक्ष कर्नल बिपिन शुक्ला व उनके अनुज भाई कोषाधयक्ष अनिल शुक्ला ने स्वर्गीय पंडित दीन दयाल उपाध्याय व अपने पिता स्वर्गीय श्रीनिवास शुक्ला व माता सोना देवी के चित्र पर माल्यापर्ण कर कार्यक्रम की शुरूवात हुई। कार्यक्रम के दौरान प्रभारी खंड विकास अधिकारी विष्णु कुमार प्रजापति का कर्नल बिपिन शुक्ला ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खंड विकास अधिकारी विष्णु प्रजापति ने कहा कि स्वर्गीय श्रीनिवास शुक्ल जो कि सेना में रहे है। अपने जीवनकाल में सैनिक परमार्थ चिकित्सालय की स्थापना किये थे। समाज की सेवा करते समय कोरोना काल में उनका देहावसान हो गया था। आज उन्हीं के रास्ते पर उनके दोनों बेटे कर्नल बिपिन शुक्ला व अनिल शुक्ला चलते हुए समाज की सेवा कर रहे है। इन्हीं लोगों के प्रयास से पंडित दीन दयाल दिव्यांग संस्थान नई दिल्ली की चार सदस्यीय टीम महेवानानकार में पहुंच कर सैकडो दिव्यांगजनों को अपनी मौजूदगी में सहायक उपकरण का वितरण करा रही है। बताते चले कि विगत माह 07सितम्बर को इसी स्थान पर दिव्यांगजनों का चयन हुआ था। जिनमें 76 लाभार्थियों अभिलेख सही पाये गये थे जिसमें 18 बैटरी चालित ट्राई साइकिल, हेलमेट, चार्जर, 18 हैंड प्रोपेल्ड ट्राई साइकिल, 28 बैशाख, 01वाकिंग स्टिक व का वितरण कराया गया। उन्हे आज सहायक उपकरण वितरण किया जा रहा है। जिसमें इस कार्यक्रम में संस्था के ज्ञान चंद तिवारी, सत्यदेव मिश्र ,करूणा सागर पान्डेय, अजय, ओपी वर्मा, राजेश पान्डेय, केदार नाथ मिश्र सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
वही दीन दयाल उपाध्याय राष्ट्रीय दिव्यांग संस्थान न ई दिल्ली के अधिकारी मानस, बेहरा, गणेशराम, ललित, सोनू के सहयोग से यह कैम्प हो सका। इसके लिए यहां के लोगों ने सराहा।
उपकरण पाकर गदगद दिखे दिव्यांग जनःराजकुमार प्रेमनाथ, अवनीश कुमार,, इन्द्रजीत, संदीप, राज कुमार, महेन्द्र कुमार, माजिद अली सहित तमाम लोग गदगद दिखे और कहे कि हम लोगों को आज कर्नल बिपिन शुक्ला के सहयोग से यह सब सहायक उपकरण उपलब्ध हुआ है। अब हम भी आसानी से कही भी जा सकते हैं।
डी कुमार की रिपोर्ट