ज़िम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई की लटकने लगी तलवार,मची अफ़रातफ़री
कमलेश
खमरिया-खीरी:ऐरा गन्ना समिति में सट्टा नीति की खुलेआम धज्जियां उड़ाने का मामला प्रकाश में आया है,जहां एक दूसरे को लाभ पहुचाने के लिए दर्जनों कृषकों के सट्टे नियमों को ताक पर रखकर संचालित हो रहे थे,जिसकी ग्रामीणों से हुई शिकायत के बाद नींद से जागे अधिकारियों ने जांच शुरू की तो जांच अधिकारी भी चकित रह गए। फिलहाल तीन दर्जन सटटों को बंद कर उनके भुगतान पर रोक लगा दी गई है। जिसको लेकर सट्टाधारको के साथ साथ उनका सहयोग करने वाले जिम्मेदारों में ख़लभली मची हुई है।
गन्ना समिति ऐरा में सट्टा नीति को किनारे रख जिम्मेदारों ने किसानों से साठगांठ कर नई तकनीक खोजकर दर्जनों सट्टे संचालित कर उनके माध्यम से बड़े पैमाने पर गन्ने की सप्लाई भी कर भुगतान करवा रहे। मामला उस समय चर्चा में आ गया जब कुछ सटटों पर एक ही किसान का बैंक खाता व आधार लगा होने की जानकारी विभाग को हुई तो ख़लभली मच गई। जिसको लेकर जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने गन्ना विकास समिति ऐरा के सचिव डॉ.राजीव कुमार गंगवार को जांच कर त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दे दिया। जांच के दौरान जब सच्चाई सामने आनी शुरू हुई तो जांच टीम के साथ जिसे भी इसकी जानकारी हुई तो वह चकित रह गया। इस बाबत सचिव डॉ.राजीव कुमार गंगवार ने बताया कि मामला बहुत ही चकित करने वाला है,जांच में अभी तक इस तरह के 15 सट्टे हरगांव चीनी मिल व 20 सट्टे ऐरा चीनी मिल में संचालित होते हुए पाए गये है। इन सटटों को बन्द कर सप्लाई हुए गन्ने का भुगतान रोक दिया गया है। साथ ही बताया कि इस मामले में जो भी जिम्मेदार दोषी होगा,उस पर भी कार्रवाई निश्चित है। वही इसको लेकर जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि मामले को लेकर समिति के सचिव को जाँच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।