गोंडा के मनकापुर में कलश विसर्जन को जा रही दो महिलाओं को तेज रफ्तार बाइक ने रौंद दिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों की हालत नाजुक हो गई। पढ़ें दर्दनाक घटना की पूरी कहानी।
कृष्ण मोहन
गोंडा: शनिवार की शाम मनकापुर की सड़कों पर एक दर्दनाक मंजर सामने आया, जब पूजा के बाद कलश विसर्जन के लिए जा रहीं दो श्रद्धालु महिलाओं को एक तेज रफ्तार बाइक ने पीछे से कुचल दिया। हादसा इतना जबरदस्त था कि दोनों महिलाएं मौके पर ही बेहोश हो गईं, और कुछ ही पलों में सड़क खून से रंग गया।
घटना शाम लगभग 5:30 बजे बैरीपुर रामनाथ गांव के पास हुई, जब गांव की सुमन तिवारी (50) और बलरामपुर की सुधा पांडेय (45) अन्य महिलाओं के साथ भागवत पूजन के बाद मनवर नदी पर विसर्जन करने जा रही थीं। जैसे ही वे मनकापुर-रेहरा मार्ग स्थित गौशाला के पास पहुंचीं, विपरीत दिशा से आ रहे तीन बाइक सवार युवकों ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी।
एक पल में पूजा का सौम्य दृश्य बना चीख-पुकार का मातम
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बाइक की रफ्तार इतनी अधिक थी कि सुमन और सुधा दूर तक सड़क पर घसीटती चली गईं। वहीं बाइक पर सवार तीन युवक राजकुमार (18), संत कुमार (20) और एक अन्य भी गिरकर घायल हो गए।
राहगीरों ने तुरंत सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) मनकापुर पहुंचाया। डॉक्टर नीरज गुप्ता ने बताया कि सुधा पांडेय के सिर में गंभीर चोट आई है और सुमन तिवारी का हाथ और पैर टूट गए हैं। दोनों की स्थिति नाजुक देखते हुए पहले उन्हें गोंडा मेडिकल कॉलेज और फिर लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया।
एक महिला की हालत अब भी गंभीर, सड़क पर न हेलमेट, न होश
पुलिस जांच में सामने आया है कि तीनों बाइक सवारों ने हेलमेट नहीं पहन रखा था और बाइक तेज रफ्तार में थी। मनकापुर कोतवाल मनोज कुमार पाठक ने पुष्टि की है कि दुर्घटना में बाइक सवार युवकों की लापरवाही मुख्य कारण मानी जा रही है।
सवालों के घेरे में प्रशासन और ट्रैफिक व्यवस्था
इस हृदयविदारक हादसे ने फिर एक बार ट्रैफिक नियमों और सड़क सुरक्षा की पोल खोल दी है। पूजा में समर्पित महिलाएं, जिनका उद्देश्य मात्र परंपरा निभाना था, आज अस्पताल में मौत से लड़ रही हैं।