गोंडा में दर्जी की पत्नी और तीन साल की बेटी कस्टमर के साथ फरार, पति रईस ने दर्ज कराई गुमशुदगी। अफेयर का शक पहले से था, आरोपी रमज़ान में घर पर ही रहा करता था। पढ़ें दर्द से भरी कहानी…
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वायरल फोटो |
"दर्जी की बीवी पर दिल हार बैठा कस्टमर! मासूम बेटी समेत फरार, पति का छलका दर्द – वो रमज़ान में हमारे ही घर में रहता था…"
कृष्ण मोहन
गोंडा, यूपी :कभी सिलाई का ग्राहक बनकर आता था… फिर घर का सदस्य बन गया… और अब उसी घर से दर्जी की पत्नी और मासूम बेटी को लेकर फरार हो गया! गोंडा से आई इस दिल दहला देने वाली घटना ने एक पति को बेसहारा बना दिया और तीन बच्चों को मां की ममता से दूर कर दिया।
मामला गोंडा के महाराजगंज नगर कोतवाली क्षेत्र का है, जहां रईस अहमद, पेशे से दर्जी, अपने चार बच्चों और पत्नी के साथ सादगी भरी ज़िंदगी जी रहा था। लेकिन उसकी ज़िंदगी उस वक्त तहस-नहस हो गई जब उसका ही भरोसेमंद ग्राहक इक़बाल काज़मी, जो रमज़ान भर उसके घर में ठहरा रहा, उसकी पत्नी को ही अपने साथ लेकर गायब हो गया।
रईस की 30 वर्षीय पत्नी नूरजहां, दो दिन पहले अपनी 3 साल की मासूम बच्ची आयत को लेकर निकली थी। जाते वक्त सब कुछ सामान्य था, लेकिन जब वह वापस नहीं लौटी तो रईस को शक हुआ कि उसकी आशंका सच साबित हो गई है।
रईस को पहले ही पत्नी और इक़बाल के बीच कुछ अनहोनी की आशंका थी, इसलिए 5 दिन पहले उसने इकबाल को घर आने से रोक दिया था। मगर तब तक शायद बहुत देर हो चुकी थी…
"मुझे सबसे ज्यादा मेरी बेटी आयत की याद सता रही है" रईस अहमद
आंखों में आंसू लिए रईस कहता है,
"मैंने रमज़ान में उसे अपने घर में पनाह दी, खाना खिलाया, बिछावन दिया, और उसने मेरी ही बीवी को बहला-फुसलाकर भगा लिया… मेरी 3 साल की बच्ची भी साथ ले गया।"
इकबाल काजमी, जिसकी उम्र करीब 53 साल है और जो धानेपुर थाना क्षेत्र का निवासी है, दो महीने पहले अपनी पत्नी को खो चुका था। अब उसने रईस की पत्नी और मासूम बच्ची को लेकर एक नई शुरुआत की कोशिश की है – मगर इस 'शुरुआत' ने एक पूरे परिवार को उजाड़ दिया है।
तीन बच्चों की ममता छीन गई… पति की आंखें अब हर मोड़ पर ढूंढती हैं वो चेहरा
ग़म में डूबे रईस ने नगर कोतवाली में गुमशुदगी की तहरीर दी है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी गई है, मगर अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
तीन बच्चों की आंखें दरवाजे पर टिकी हैं – न उन्हें मां की लोरी सुनाई देती है, न वो हाथ जो माथे पर स्नेह से रखा करता था।
"मैं बस चाहता हूं कि मेरी बीवी और मेरी बच्ची मुझे वापस मिल जाएं… और जिसने ये सब किया है, उसे सज़ा जरूर मिले।"
रईस अहमद, पीड़ित दर्जी