लखीमपुर खीरी की शिवानी पुलिस बनने का सपना देख रही थी, लेकिन हरियाणा के कुंडली में उसकी लाश मिली। परिजनों ने सहेली और उसके बॉयफ्रेंड पर हत्या का आरोप लगाया है। पढ़ें दिल दहला देने वाली पूरी कहानी।
कमलेश
"खाटू श्याम" जाने के नाम पर बुलाया... और लौटकर आई शिवानी की लाश! सहेली और उसके आशिक पर पिता का दर्दनाक आरोप
"मम्मी, सब ठीक है... कल घर आ रही हूँ" ये आखिरी बात थी शिवानी की!
लखीमपुर खीरी की रहने वाली शिवानी, जो अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए दिन-रात पुलिस की तैयारी में लगी थी, आज खुद एक रहस्यमयी मौत की गुत्थी बन चुकी है।
महज कुछ दिन पहले उसने अपने घरवालों से हंसते हुए वीडियो कॉल पर कहा था, "सब ठीक है मम्मी... कल सुबह निकलूंगी घर के लिए", लेकिन उस सुबह शिवानी नहीं, उसकी लाश घर वापस लौटी।
धार्मिक यात्रा या मौत का ट्रैप?
बात है 23 मार्च की। कॉलेज में पढ़ने वाली शिवानी की सहेली माही राज ने उसे खाटू श्याम और अन्य धार्मिक स्थलों की यात्रा पर चलने को कहा। माही पर भरोसा करते हुए शिवानी उसके साथ निकल गई। परिजनों को क्या पता था कि जिसे वो तीर्थ यात्रा समझ रहे हैं, वही उनकी बेटी की आखिरी यात्रा बन जाएगी।
हरियाणा के कुंडली शहर में पहुंचते ही माही ने शिवानी की मुलाकात अपने बॉयफ्रेंड दिलीप से कराई और कहा कि वह उसे नौकरी दिला सकता है। शिवानी वहीं दिलीप के कमरे में रुकी रही, और उसी दौरान खाटू श्याम के दर्शन भी किए। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीते, कहानी में सन्नाटा और साजिश गहराती गई।
वीडियो कॉल के बाद गुम हो गया मोबाइल, और फिर मिली लाश
16 अप्रैल को शिवानी ने खाटू से लौटकर दिलीप के कमरे से अपने घर वीडियो कॉल की। परिवार को दिलासा दिया और कहा कि "कल घर आ रही हूँ।" पर अगले ही दिन से उसका मोबाइल बंद हो गया।
चौंकाने वाली बात ये थी कि माही और दिलीप दोनों का फोन भी स्विच ऑफ हो गया। परिवार वाले घबरा गए।
तीन दिन बाद, 19 अप्रैल को, कुंडली पुलिस ने फोन कर बताया कि एक कमरे से गंध आने की शिकायत पर जब दरवाजा तोड़ा गया, तो अंदर शिवानी की लाश फंदे से लटकती मिली।
हत्या या आत्महत्या? परिजन बोले - ये प्लान था!
परिजनों ने साफ कहा है कि ये आत्महत्या नहीं, बल्कि एक साजिशन हत्या है। उनका आरोप है कि माही और उसका प्रेमी दिलीप पहले से ही सब कुछ प्लान कर चुके थे।
जिस भरोसे के सहारे शिवानी ने माही के साथ कदम बढ़ाया था, वही भरोसा उसकी जान का दुश्मन बन गया। माही अक्सर खमरिया में शिवानी के घर आती-जाती थी, जिससे उस पर कभी शक ही नहीं हुआ।
पिता का टूटा सपना... और न्याय की आस
शिवानी के पिता विमल कुमार की आंखों में बस एक ही सपना था- अपनी बेटी को पुलिस की वर्दी में देखना। उन्होंने उसे कॉलेज भेजा, कोचिंग दिलाई, हर सपोर्ट दिया। लेकिन अब उनकी आंखों में सिर्फ पल-पल तड़पता आंसू और अधूरी उम्मीदें हैं।
पुलिस जांच शुरू - CDR और CCTV खंगाले जा रहे
कुंडली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अब सीडीआर व आसपास के CCTV फुटेज खंगालने में लगी है। माही और दिलीप दोनों फरार हैं।
शिवानी की मौत एक गहरा सवाल बनकर सामने खड़ी है.. क्या वाकई ये आत्महत्या थी या दोस्ती की आड़ में रची गई मौत की पटकथा?
यह सिर्फ एक खबर नहीं, एक बर्बाद हुआ सपना है। एक लड़की जो खाकी पहनना चाहती थी, आज एक अंधेरे सवाल की तरह लटक रही है... और इंसाफ की बाट जोह रही है।