लखीमपुर के फरधान थाना क्षेत्र में एक दंपती की मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया। झगड़े के बाद दोनों ने एक ही साड़ी से फांसी लगा ली। परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, लेकिन मायकेवालों की एक कॉल ने पूरी कहानी पलट दी।
झोपड़ी में लटकती लाशें, एक साड़ी से दो जिंदगियां खत्म: लखीमपुर का रहस्यमयी मामला
नागेंद्र प्रताप शुक्ला
लखीमपुर खीरी।रात गहराई थी, सन्नाटा हर कोने में पसरा था। मगर एक झोपड़ी के अंदर मौत ने चुपचाप दस्तक दी … और वो भी एक साथ दो लोगों के लिए। पति-पत्नी की जोड़ी, जो दिन में बहस करती थी, रात को एक ही साड़ी से फंदा बनाकर दुनिया छोड़ गई।
घटना यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के फरधान थाना क्षेत्र स्थित ससिया कॉलोनी की है। 48 साल के मनोज और 32 साल की तारावती ने एक ही फंदे से आत्महत्या कर ली। पुलिस को जानकारी तब हुई जब मृतका के मायकेवालों को किसी ग्रामीण ने गुपचुप फोन कर पूरी घटना बता दी। वरना परिजन तो रातों-रात दोनों का अंतिम संस्कार कर देते।
झगड़ा, सन्नाटा... और फिर मौत
बताया जा रहा है कि रविवार रात मनोज और तारा के बीच किसी बात पर बहस हुई थी। पहले तो लड़ाई हुई, फिर सब शांत हो गया। परिवार को लगा जैसे सब सामान्य हो गया है। लेकिन आधी रात को दोनों ने अपनी झोपड़ी में छत के कुंडे से एक ही साड़ी में दो फंदे बनाकर जान दे दी।
सुबह जब परिजन जागे, तो दोनों के शव लटकते हुए मिले। चीख-पुकार मच गई। मगर जो सबसे चौंकाने वाली बात रही, वो यह कि परिजन इस मौत को दबाना चाहते थे। वो बिना पुलिस को खबर किए शवों का अंतिम संस्कार करने निकले ही थे कि मायकेवालों की सूचना पर पुलिस ने सब रोक दिया।
मौत का कारण: झगड़ा या साजिश?
तारावती की मां और भाई ने आरोप लगाया है कि यह सिर्फ आत्महत्या नहीं, इसके पीछे गहरी साजिश हो सकती है। वहीं गांव में चर्चा है कि मनोज का जमीन विवाद भी चल रहा था, जिसमें उसकी कुछ रिश्तेदारों से तनातनी थी। गांव के कुछ लोगों का कहना है कि घटना पूरी तरह संदिग्ध है।
शराब, झगड़ा, घरेलू कलह और रिश्तों का दबाव… क्या यही सब वजह थी या पर्दे के पीछे कोई और कहानी है? पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी।
एक फंदा, दो लाशें और ढेर सारे सवाल
इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। क्या यह महज एक ‘प्यार में दर्द’ वाली कहानी है, या फिर कोई सोची-समझी चाल? क्या दोनों ने सच में साथ मरने का फैसला किया, या कोई और उन्हें उस मोड़ तक ले गया?
फिलहाल पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है और दोनों परिवारों के बयान भी लिए जा रहे हैं।