पट्टी-प्रतापगढ़ ! सेतु परियोजना के अंतर्गत तरुण चेतना एवं सेन्टर फॉर हेल्थ एंड सोशल जस्टिस नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान मे 7 से 10 मई तक पट्टी में 50 सेतु मित्रो का चार दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया जिसके उद्घाटन समारोह में रस्ज्त्रिय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रतापगढ़ श्री रंजीत बहादुर यादव ने कहा कि सेतु मित्रों के प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य से संबधित योजनाओं की जानकारी समुदाय तक पहुंचाना है, जिससे वंचित समुदाय स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं का समुचित लाभ ले सके। श्री यादव ने सेतु मित्रो को जानकारी, कुशलता, एवम मनोभाव के बारे में विस्तार पूर्वक बताया. श्री यादव ने अंत में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही इ-रुपये वाउचर सहित अन्य स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षण के इसी क्रम में दूसरे दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पट्टी के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्री ज्ञान प्रकाश एवम बीसीपीएम श्री सिद्दीकी जी ने आयुष्मान कार्ड द्वारा मिलने वाली सुविधाएं एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर में मिलने वाली सेवाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
प्रशिक्षण को आगे बढ़ाते हुए उत्तराखंड से आए हुए प्रशिक्षक श्री जगदीश जी द्वारा सेतु मित्रो को कई प्रकार के खेल और अन्य गतिविधियों के माध्यम से सामुदायिक जागरूकता और लीडरशिप के गुण सिखाए। प्रशिक्षण के इसी क्रम में तरुण चेतना के निदेशक मो० नसीम अंसारी से कहा कि परियोजना का उद्देश्य समुदाय तक स्वास्थ्य की सेवाओं की आसानी से पहुंच बनाना है, जिसे सेतु मित्र के माध्यम से बखूबी किया जा सकता है। इसी क्रम में सेन्टर फॉर हेल्थ एंड सोशल जस्टिस के मैनेजिंग ट्रस्टी डा० अभिजीत दास ने सेतु मित्रों की भविष्य की कार्यप्रणाली एवम भविष्य की योजनाओं को पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन सेतु मित्रो की क्षमता वृद्धि से निश्चित ही समाज को एक नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी तथा समुदाय में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का स्तर बड़ेगा I प्रशिक्षण के अंतिम दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पट्टी के स्वास्थ्य पर्वेक्षक श्रीकांत जी ने टीकाकरण एवं जन्म प्रमाण के महत्व एवं बनवाने के प्रक्रिया के बारे में विस्तार पूर्वक समझाया। प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में सेतु परियोजना की रिसर्च मैनेजर कुमुद टेरेसा और रिसर्च ऑफिसर श्याम शंकर शुक्ल द्वारा अपने सहयोगी शहीद अहमद, हकीम अंसारी और हुसनारा बानो के सहयोग से प्रशिक्षण की सम्पूर्ण जिम्मेदारी निभाई गई।