लखीमपुर खीरी के पलिया में एक युवती की मौत की जांच के दौरान झोलाछाप डॉक्टरों के गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। जानिए कैसे पुलिस ने मौत के रहस्य से पर्दा उठाया।
संदिग्ध मौत से खुली झोलाछाप डॉक्टरों की पोल! पलिया में पर्दाफाश हुआ मौत का खेल
कमलेश
लखीमपुर खीरी, यूपी:शनिवार की सुबह पलिया इलाके के संपूर्णानगर मार्ग पर एक अज्ञात युवती का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। आम लोगों को तो यह सिर्फ एक दुखद हादसा लगा, लेकिन पुलिस को कुछ और ही गहराई दिख रही थी। जब जांच की परतें खुलीं, तो ऐसा राज सामने आया जिसने सभी को चौंका दिया, इस मौत के पीछे छुपा था एक झोलाछाप डॉक्टरों का गिरोह, जो इलाज के नाम पर जिंदगियों से खिलवाड़ कर रहा था।
मौत के रहस्य से खुली झोलाछापों की पोल
थानाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी ने युवती की पहचान करवाई और जब उसके भाई ने रिपोर्ट दर्ज करवाई तो पुलिस ने मामला गंभीरता से लेते हुए एसओजी टीम के साथ मिलकर जांच शुरू की। कुछ ही घंटों में सुराग मिले कि युवती की मौत के पीछे कुछ झोलाछाप डॉक्टरों का हाथ हो सकता है।
पुलिस ने रची रणनीति, अतरिया रेलवे क्रासिंग से हुई गिरफ्तारी
जैसे ही इस इनपुट की पुष्टि हुई, पुलिस ने युद्धस्तर पर इनकी तलाश शुरू की और रविवार को सफलता हाथ लगी। अतरिया रेलवे क्रासिंग के पास चार लोगों को पकड़ा गया। नीरज चौरसिया (निवासी गंगापुरवा), सर्वेश यादव (निवासी बेला खुर्द, थाना मझगईं), विक्की साहनी और उनकी पत्नी सोनम उर्फ सिमरन (निवासी मोहल्ला पठान, वार्ड प्रथम, पलिया) को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई के तहत न्यायालय भेजा गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
इलाज नहीं, मौत का धंधा चला रहे थे
प्राथमिक जांच में सामने आया कि ये झोलाछाप डॉक्टर इलाज के नाम पर लोगों की ज़िंदगी से खिलवाड़ कर रहे थे। संदिग्ध परिस्थितियों में युवती की मौत के तार भी इन्हीं से जुड़ते दिखे हैं। पुलिस अब पूरे नेटवर्क की तहकीकात कर रही है, ये गिरोह किन-किन मामलों में शामिल रहा है और कहां-कहां सक्रिय है, इसकी पड़ताल तेज़ कर दी गई है।