खीरी के इमलिया फार्म गांव में देर रात एक घर में घुसा मगरमच्छ, वन विभाग ने मशक्कत के बाद पकड़कर शारदा नदी में छोड़ा। गांव में मचा हड़कंप।
जब घर बना जंगल! आधी रात को बिस्तर के पास दिखा मगरमच्छ, गांव में मच गया कोहराम
नागेंद्र प्रताप शुक्ला
खीरी, बिजुआ।सोचिए आप गहरी नींद में सो रहे हों और अचानक कोई चिल्लाए.. "मगरमच्छ! घर में मगरमच्छ घुस आया!"… कुछ ऐसा ही हुआ भीरा थाना क्षेत्र के इमलिया फार्म गांव में, जहां एक परिवार की रात उस समय दहशत में बदल गई जब उनके घर में एक असली मगरमच्छ ने एंट्री मार ली।
जगदीप सिंह के घर में जब रात के सन्नाटे को मगरमच्छ की हलचल ने तोड़ा, तो पूरे मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। आवाज़ें गूंजने लगीं, लोग लाठियां लेकर पहुंचे, मगर माजरा कुछ और ही था .. यह कोई छोटा मोटा जीव नहीं बल्कि एक जिंदा मगरमच्छ था जो न जाने कैसे उनके घर के अंदर घुस आया।
गांव वालों ने उसे भगाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन मगरमच्छ ने भी हार नहीं मानी। कभी रसोई की ओर दौड़ा, कभी चारपाई के नीचे छिप गया। तब जाकर वन विभाग को सूचना दी गई।
रात के सन्नाटे में जब पहुंची वन विभाग की टीम, तो गांव वाले एक कोने से सब कुछ देख रहे थे। टीम ने लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को काबू में किया, उसे रस्सियों से बांधा और बोरे में डालकर सुरक्षित रूप से गांव से बाहर निकाला।
अगली सुबह, उसे शारदा नदी में छोड़ दिया गया। मगरमच्छ के जाने के बाद ही गांव वालों ने राहत की सांस ली और बच्चों को घर से बाहर निकलने की इजाज़त दी।
गांव के बुज़ुर्गों का कहना है कि पहली बार किसी ने घर के अंदर मगरमच्छ देखा है। इससे पहले अक्सर खेतों या नदी किनारे मगरमच्छ देखे गए थे, लेकिन इस तरह इंसानों के बीच आ जाना, वाकई खौफनाक था।