गोंडा जिले के ग्राम संदेशवा में बिना अनुमति चल रहे मिट्टी खनन का खुलासा होते ही प्रशासन एक्शन में आ गया। जांच के बाद पांच भूमिधरों को नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब मांगा गया है।
गोंडा: रातों-रात काटी जा रही थी मिट्टी, प्रशासन ने मारा छापा, पांच पर शिकंजा
कृष्ण मोहन
गोंडा से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां बिना किसी अनुमति के अवैध रूप से मिट्टी की खुदाई हो रही थी और किसी को कानों-कान खबर तक नहीं थी। लेकिन जब प्रशासन को भनक लगी, तो अधिकारियों की टीम ने कार्रवाई करते हुए न केवल इस गुप्त खनन का भंडाफोड़ किया बल्कि पांच भूमिधरों को नोटिस भी जारी कर दिया।
मिट्टी खनन का खेल,रात के अंधेरे में चोरी, दिन में खामोशी!
ग्राम संदेशवा के गाटा संख्या 94 पर लगभग 300 घनमीटर मिट्टी का अवैध खनन किया गया। नायब तहसीलदार बिरवा की जांच रिपोर्ट के अनुसार, खनन 6 मीटर × 25 मीटर के क्षेत्रफल में 2 मीटर गहराई तक किया गया था। जमीन की खतौनी में दर्ज पांच भूमिधारकों को इस पर स्पष्टीकरण देना होगा।
"किसी को अनुमति नहीं दी",फिर भी खनन कैसे हुआ?
मौके पर मौजूद खातेदार प्रदीप कुमार तिवारी ने दावा किया कि उनके परिवार ने किसी को मिट्टी उठाने की इजाजत नहीं दी थी। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अज्ञात लोगों ने रात में खुदाई कर डाली, लेकिन उन्होंने इस बात की जानकारी प्रशासन को समय पर नहीं दी, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो गया।
शासनादेशों की उड़ाई जा रही थी धज्जियां
खनन कार्य न केवल गैरकानूनी था बल्कि यह खनन अधिनियम और शासनादेश दिनांक 18.09.2020 का स्पष्ट उल्लंघन भी था। जांच में यह भी पाया गया कि किसी प्रकार की खनन अनुज्ञा न तो जारी की गई थी और न ही आवेदन किया गया था।
नोटिस जारी-15 दिन में देनी होगी सफाई
प्रशासन ने पांचों भूमिधरों को निर्देश दिया है कि वे नोटिस प्राप्त होने की तारीख से 15 दिनों के भीतर अपना लिखित जवाब प्रस्तुत करें। यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया या समयसीमा में प्राप्त नहीं हुआ, तो कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
तहसीलदार को सौंपा गया ज़िम्मा
तहसीलदार गोंडा को नोटिस की तामील कराने और एक सप्ताह में रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अवैध खनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह किसी प्रभावशाली व्यक्ति से ही क्यों न जुड़ा हो।