खीरी के पंचमुखी हनुमत धाम में सप्तदिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तीसरे दिन अन्नादिवास विधि-विधान से सम्पन्न हुआ। बनारस-अयोध्या से आए आचार्य मंडल ने कराया रुद्रपाठ।
"पंचमुखी हनुमत धाम में गूंजे वैदिक मंत्र: द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राण प्रतिष्ठा के तीसरे दिन अन्नादिवास अनुष्ठान संपन्न"
आनंद गुप्ता
खीरी/निघासन।निघासन रोड स्थित दक्षिणमुखी पंचमुखी हनुमत धाम इस समय आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर है। यहां चल रहे सप्तदिवसीय द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तृतीय दिवस पर शनिवार को भगवान शिव के स्वरूपों का अन्नादिवास विधि-विधान से सम्पन्न हुआ।
बनारस-अयोध्या की आचार्य मंडली ने कराया अन्नादिवास
बनारस और अयोध्या से पधारी वैदिक आचार्य मंडली ने पंडित वेदप्रकाश मिश्र ‘ब्यास जी’ के निर्देशन में जलाधिवास के उपरांत भगवान शिव के द्वादश स्वरूपों को अन्न में प्रतिष्ठित किया। वैदिक रीति-रिवाज और रुद्रपाठ के बीच जब तेरह यजमानों ने भक्तिभाव से अन्न को अर्पित किया, तो माहौल श्रद्धा और शांति से भर उठा।
रविवार को होगा मिष्ठान में वास
सनातन परंपरा के अनुसार, अन्नादिवास के पश्चात रविवार को शर्करावास (मिष्ठान वास) की पूजा सम्पन्न होगी, जिसमें भगवान को मीठे व्यंजनों में प्रतिष्ठित किया जाएगा।
दोपहर में रुद्री पाठ और आरती से गूंज उठा धाम
दोपहर की द्वितीय पाली में रुद्री पाठ, नित्य पूजन-अर्चन और भव्य आरती के आयोजन ने वातावरण को मंत्रमय बना दिया। हर तरफ भक्तों की गूंज, मंत्रोच्चारण की दिव्यता और पुण्य की अनुभूति ने सभी को आध्यात्मिक आनंद से भर दिया।
धार्मिक श्रद्धा और जनसहभागिता का संगम
इस आयोजन में निरंकार प्रसाद बरनवाल, कुमकुम बरनवाल, वेदप्रकाश मिश्र, सुरेश चंद्र गर्ग (गुड़ वाले), गोल्डन अग्रवाल, विनोद अग्रवाल (नौगवां), सुभाष अग्रवाल (नारनौल), सक्षम शुक्ला, उमाशंकर मिश्र, संजय अवस्थी, सीमा गुप्ता, ज्योति अवस्थी, दयावती गर्ग, विश्वकांत त्रिपाठी, रुद्राक्षी, संतोष लता त्रिपाठी, आशा शुक्ला समेत दर्जनों श्रद्धालु और विद्वान उपस्थित रहे।
इस आयोजन ने पंचमुखी हनुमत धाम को एक बार फिर श्रद्धा और संस्कृति की नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। आने वाले दिनों में यहां और भी विशेष पूजन अनुष्ठान होने जा रहे हैं, जो शिवभक्तों के लिए अलौकिक अनुभूति का माध्यम बनेंगे।