मनकापुर में आदर्श मोदनवाल की स्मृति में बनी 'आदर्श शांति वाटिका' का उद्घाटन भावनात्मक श्रद्धांजलि सभा के साथ किया गया। जानिए पूरी खबर।
भावनाओं से भरी श्रद्धांजलि सभा में छलके आंसू, होनहार बेटे की याद में बनी ‘आदर्श शांति वाटिका’
कृष्ण मोहन
मनकापुर: कुछ नाम चले जाते हैं, लेकिन उनकी यादें हमेशा जिंदा रहती हैं। गोंडा जिले के मनकापुर कस्बे में बुधवार को एक ऐसा ही भावनात्मक दृश्य देखने को मिला, जब सैकड़ों लोग एक युवा की स्मृति में बनी "आदर्श शांति वाटिका" के उद्घाटन और श्रद्धांजलि सभा में जुटे।
यह श्रद्धांजलि आयोजन उस होनहार और मिलनसार युवक आदर्श मोदनवाल की याद में रखा गया, जिनका कुछ वर्ष पहले असामयिक निधन हो गया था। उनकी याद में परिजनों ने एक अद्वितीय समाजसेवी पहल करते हुए शांति वाटिका और स्मृति भवन का निर्माण कराया, जो अब समाज की सेवा में समर्पित है।
सभा में विशेष रूप से पधारे राजस्थान के जयपुर निवासी संत विष्णुदास महाराज ने अपने हृदयस्पर्शी उपदेश में कहा :-
"यह शरीर क्षणभंगुर है, पर जो कुछ अच्छा करना होता है, ईश्वर अच्छे लोगों को समय से पहले बुलाकर उससे करवा लेता है।"
कार्यक्रम की शुरुआत ईश्वरीय विश्व विद्यालय की बहन उपमा के संचालन से हुई, जबकि इसकी अध्यक्षता कस्बे के वरिष्ठ व्यापारी राधेश्याम मोदनवाल ने की - जो आदर्श के पिता हैं।
श्रद्धांजलि सभा के दौरान जैसे ही आदर्श मोदनवाल की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए गए, माहौल एकदम भावुक हो उठा। कई लोगों की आंखें नम थीं - लेकिन साथ ही गर्व से भरी भी, क्योंकि आदर्श की स्मृति अब समाज सेवा का प्रतीक बन चुकी है।
कार्यक्रम के अंत में विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें क्षेत्र के व्यापारी, गणमान्य नागरिक, महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में शामिल हुए।
इस मौके पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
चैयरमैन दुर्गेश सोनी, प्रो. सुरेन्द्र कुमार पाण्डेय, पूर्व चेयरमैन प्रदीप गुप्ता, वैभव सिंह, सभासद गोपी हांडा, राधेश्याम बप्पा, अंकित मोदनवाल, नैन्सी, सिल्पी, शारदा देवी, अमित, मुकुल, विजय कृष्ण, सुरक्षित, अवि, दिनेश पांडे और सैकड़ों सम्मानित लोग।