लखीमपुर खीरी के बिजुआ क्षेत्र में किसान चौपाल का आयोजन, सरकारी अफसरों ने गेहूं क्रय केंद्रों पर फसल बेचने की अपील की। जानिए कैसे मिलेगा सही दाम…
"किसान चौपाल में गूंजा विश्वास का स्वर: सरकारी केंद्रों पर बेचे गेहूं, मिलेगा सही दाम और सम्मान"
नागेंद्र प्रताप शुक्ला
बिजुआ, लखीमपुर खीरी - गर्मी की चटख धूप, खेतों में लहलहाती सुनहरी बालियां और गांव की चौपाल में जुटे वो चेहरे - जिनके माथे की लकीरें देश की रोटी लिखती हैं। ऐसे ही माहौल में बिजुआ विकासखंड के गांवों - बिजुआ, बझेड़ा और बस्तोंली - में बुधवार को एक खास पहल हुई। यहां नायब तहसीलदार भानू प्रताप की अगुवाई में राजस्व विभाग की चौपाल लगी, जिसका मकसद था , किसानों को सही दाम दिलाना और बिचौलियों से बचाना।
गेहूं सीधे सरकार को बेचिए, पैसा सीधे खाते में पाइए
चौपाल में किसानों को समझाया गया कि वो अपनी मेहनत की फसल यानी गेहूं को सरकारी क्रय केंद्रों पर बेचें, ताकि उन्हें बाज़ार की उठापटक या दलालों की चालबाज़ी से जूझना न पड़े।
नायब तहसीलदार भानू प्रताप ने बड़े सादगीभरे लहजे में किसानों को भरोसा दिलाया -
"अब गेहूं का मूल्य सीधे आपके खाते में आएगा, कोई कटौती नहीं, कोई कमीशन नहीं।"
पंजीकरण अब परेशानी नहीं, समाधान है नजदीक
किसानों को बताया गया कि रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है, लेकिन ये प्रक्रिया अब बेहद आसान हो गई है। अगर किसी को कोई दिक्कत आती है तो नजदीकी जन सेवा केंद्र (CSC) पर जाकर सहायता ले सकते हैं।
चौपाल का मकसद केवल जानकारी देना नहीं था, बल्कि भरोसे की एक नई फसल बोना था - ताकि किसान समझें कि सरकार उनके साथ है, उनके पसीने का हर कतरा अब पूरी कीमत पाएगा।
गांव की चौपाल, बनी संवाद का मंच
इस मौके पर केवल सरकारी अफसर ही नहीं, गांव के गणमान्य लोग, लेखपाल अजय गुप्ता, अमन कुमार सत्यार्थी और इंद्रभान मौर्य भी मौजूद रहे। उन्होंने किसानों की समस्याएं सुनीं, समाधान बताए और भरोसा दिलाया कि हर जरूरत पर प्रशासन उनके साथ है।