प्रतापगढ़ के डॉ. सोनेलाल पटेल मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल छात्रों के विदाई समारोह में बोले डॉ. वी.के. पाण्डेय, रोगी की सेवा नारायण सेवा के समान, छात्राओं ने पेश किए मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम।
"रोगी की सेवा में ही नारायण का वास है" - मेडिकल कॉलेज में विदाई पर भावुक हुआ माहौल
एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। चिकित्सा सेवा को सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि ईश्वर की सेवा का माध्यम बताया गया है। ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला डॉक्टर सोनेलाल पटेल स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के रेडियोलॉजी विभाग में, जहां वर्ष 2022-23 बैच के पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं की विदाई के दौरान भावनाओं और प्रेरणाओं से सजी शाम ने सबका दिल छू लिया।
विदाई नहीं, प्रेरणा का संगम था वो शाम
कार्यक्रम में कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. वी.के. पाण्डेय ने छात्रों को विदा करते हुए न केवल शुभकामनाएं दीं, बल्कि जीवन के असली मकसद को समझने की सीख भी दी। उन्होंने कहा,
“आपने जो राह चुनी है, वह साधारण नहीं.. यह सेवा की राह है। किसी रोगी की देखभाल में वही शांति है, जो मंदिर की घंटियों या मस्जिद की अज़ान में मिलती है।”
उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा कि “जहां भी जाओ, वहां अच्छाइयों की मशाल लेकर जाना और बुराइयों को यहीं छोड़ देना। कॉलेज का नाम रोशन हो, यही हमारी शुभकामना है।”
स्टेथोस्कोप से पहले स्टेज पर जलवा, छात्राओं ने मोहा मन
विदाई कार्यक्रम को और भी यादगार बनाने के लिए पैरामेडिकल की छात्राओं प्रिया, चांदनी, सोनिया, अलका और अनम ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से माहौल को भावनात्मक और रंगीन बना दिया। उनकी गायन, नृत्य और अभिनय से सजी प्रस्तुतियों ने हर किसी को तालियों पर मजबूर कर दिया।
सम्मान की छांव में विदाई
रेडियोलॉजी विभाग ने सभी छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और उपहार देकर उनके भविष्य को शुभकामनाएं दीं। साथ ही विभागाध्यक्ष डॉ. मयंक शुक्ल ने मुख्य अतिथि डॉ. वी.के. पाण्डेय को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।
मौके पर मौजूद रहे चिकित्सा जगत के कई चेहरे
इस खास अवसर पर कॉलेज के कई वरिष्ठ अधिकारी, प्रोफेसर और स्टाफ भी उपस्थित रहे। जिनमें प्रमुख थे: सीएमएस पुरुष डॉ. शैलेन्द्र कुशवाहा, सीएमएस महिला डॉ. रीना प्रसाद, डॉ. के.के. तिवारी, डॉ. नवनीत, डॉ. अनिल, डॉ. राकेश चौरसिया, डॉ. मोना सक्सेना, डॉ. अजीत ठाकुर, डॉ. विवेक त्रिपाठी, डॉ. ए.के. अजीजी, और डॉ. मयंक शुक्ल सहित शिवेश, अखिलेश दुबे, नवदीप गुप्ता, आकाश यादव, राघवेन्द्र मिश्र, अमित मौर्य, विपिन दूबे, नितेश यादव और अनीस अंसारी आदि।
विदाई की यह शाम नहीं होगी कभी पुरानी
जहां एक तरफ छात्र-छात्राओं की आंखों में विदाई का नमी थी, वहीं दूसरी ओर उनके दिलों में सेवा के संकल्प की चमक साफ दिख रही थी। विदाई समारोह एक बार फिर साबित कर गया कि अगर उद्देश्य महान हो, तो विदाई भी एक नई शुरुआत बन जाती है।