हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा में हुआ चमत्कार, बिजुआ की 7 महीने से आवाज खो चुकी बच्ची ने अचानक बोलना शुरू कर दिया। श्रद्धा और आस्था से भरा अद्भुत दृश्य।
जयकारों के बीच चमत्कार! 7 माह से गुम हुई बच्ची की आवाज बालाजी की शोभायात्रा में लौटी, भक्तों ने कहा ये किसी चमत्कार से कम नहीं!
नागेंद्र प्रताप शुक्ला
बिजुआ, खीरी (उत्तर प्रदेश):हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर बिजुआ क्षेत्र में निकाली गई भव्य शोभायात्रा जहां धार्मिक आस्था का अद्भुत संगम बनी, वहीं इस यात्रा ने एक ऐसा चमत्कार भी गढ़ दिया, जिसने हर किसी को भावुक कर दिया।
फूलों की वर्षा, भक्तों की जय-जयकार, और फिर... अचानक लौट आई नन्हीं बच्ची की आवाज!
बिजुआ के पड़रिया तुला बालाजी पावन धाम से लेकर चौसन्धे बाबा स्थान तक निकाली गई 12 किमी लंबी शोभायात्रा में जय श्रीराम और जय बालाजी के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। पंडालों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, महिलाओं की भागीदारी, सुंदर झांकियां, राम दरबार की झलक और रास्तेभर पुष्पवर्षा ने यात्रा को भव्यता की पराकाष्ठा तक पहुंचा दिया।
लेकिन यात्रा के बीच जो हुआ, उसने सबको चौंका दिया और भावुक भी कर दिया। ग्राम मुड़िया हेमसिंह निवासी राजकुमार की 10 वर्षीय बेटी निहारिका पिछले 7 महीनों से बोल नहीं पा रही थी। इलाज के तमाम प्रयासों के बाद भी जब नतीजा नहीं निकला, तो उन्होंने बालाजी की शरण लेने का मन बनाया।
जयकारों के बीच गूंज उठी ‘पापा’, तो आंखें छलक उठीं
शोभायात्रा में शामिल हनुमान भक्त देवेंद्र भारद्वाज ने निहारिका को दिव्यज्योति के साथ चलते हुए लगातार “जय बालाजी” और “जय श्रीराम” का जाप करने का सुझाव दिया। उन्होंने बच्ची को बीच-बीच में गंगाजल भी पिलाया।
यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ती गई, लोगों के मन में श्रद्धा और भक्ति का ज्वार बढ़ता गया। और तभी, जब यात्रा अपने अंतिम चरण में थी, अचानक निहारिका की आवाज लौट आई।
उसने सबसे पहले अपने पिता को देखकर कहा "पापा!"
भीड़ थम गई, लोगों की आंखें भर आईं और जयकारों के बीच यह चमत्कार हर किसी के लिए आस्था की शक्ति का प्रतीक बन गया।
परिवार भाव-विभोर, भक्त हैरान
निहारिका के पिता ने बताया "हमने उम्मीद छोड़ दी थी। कई डॉक्टरों से इलाज कराया, पर कोई फायदा नहीं हुआ। लगता है बालाजी ने ही हमारी प्रार्थना सुन ली।"
भक्ति और सुरक्षा दोनों में परिपूर्ण आयोजन
शोभायात्रा में सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किए गए थे। भीरा थानाध्यक्ष सुनील मलिक, बिजुआ चौकी इंचार्ज बृजेश कुमार और पड़रिया तुला चौकी इंचार्ज उमराव सिंह ने पूरे रास्ते पर निगरानी रखी।