पंश्याम त्रिपाठी/बनारसी मौर्या
नवाबगंज (गोंडा) विद्युत विभाग द्वारा वर्षों से कार्यरत संविदा कर्मियों की बीते 01 मई को छटनी और सेवा समाप्त करने के विरोध में शुक्रवार को नवाबगंज विद्युत उप केंद्र पर निविदा संविदा कर्मचारी संगठन के बैनर तले संविदा कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन किया। संगठन के मंत्री जनार्दन प्रसाद तिवारी ने बताया कि बीते 01 मई को बिना किसी पूर्व सूचना अथवा नोटिस के मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा दशकों से विभाग में कार्यरत 25000 संविदा कर्मियों को एक पक्षीय रूप से सेवा मुक्त कर दिया है। यह निर्णय मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा बीते 10 जनवरी को वर्कफोर्स प्राइवेट लिमिटेड से किये गए अनुबंध के बाद लिया गया है। लेकिन इस निर्णय में बोर्ड आर्डर के हिसाब से मैन पावर की व्यवस्था नहीं की गई है। इस तानाशाही निर्णय से वर्षों से सेवा दे रहे अनुभवी संविदा कर्मियों और उनके परिवारों के सामने जीवन-यापन का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। तमाम ऐसे संविदा कर्मी भी हैं जो दशकों से विभाग में अपनी सेवा दे रहे हैं जिनको निकालना उनके भविष्य को अंधकार में झोंकने के बराबर है। संविदा कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन कर वेतन बढाने के साथ मध्यांचल निगम द्वारा अपना निर्णय वापस लेने की मांग की है। संविदा कर्मियों ने कहा कि शाम तक धरना-प्रदर्शन किया जायेगा यदि कोई सकारात्मक बात-चीत नहीं हुई तो सभी संविदा कर्मी कार्य बहिष्कार कर देंगे।
धरना-प्रदर्शन में गजेंद्र सिंह, आशीष तिवारी, भगवान दास, विनय, अशोक, रामबाबू, संतोष, जाकिर, नंद कुमार, जोखू, सहित तमाम संविदा कर्मी शामिल रहे।