नागेंद्र प्रताप शुक्ला
खीरी बिजुआ:पांच साल पहले शुरू हुई ग्राम पंचायतों को वाई फाई सेवा से लैस करने की योजना पांच साल बाद भी परवान नहीं चढ़ पाई है। लाखों रुपए की लागत से लगे उपकरण सिर्फ दिखावा मात्र बनकर रह गए हैं। जिसके चलते ग्रामीणों को कामन केंद्र से मिलने वाली सुविधा में तरह-तरह की समस्याएं आ रही हैं।
बिजुआ ब्लाक क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों को वाई-फाई की व्यवस्था से लैस किया जाना था लेकिन अभी तक किसी भी ग्राम पंचायत को वाई-फाई की सुविधा प्राप्त नहीं हो सकी है। वाई-फाई सुविधा ग्राम पंचायतों में स्थित सरकारी संस्थानों में दी जानी थी। जिसमें पंचायत भवन, परिषदीय विद्यालय,आंगनबाड़ी केंद्र,जन सेवा केंद्र, सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान आदि शामिल हैं। संस्थानों को इंटरनेट सुविधा से लैस करने को लेकर शासन द्वारा वाई-फाई इंटरनेट सुविधा योजना का संचालन वर्ष 2019 से प्रारंभ किया गया था। इसकी जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था कॉमन सर्विस सेंटर को सौंपी गई थी। योजना के तहत ग्राम पंचायतों में स्थित सरकारी संस्थाओं को इंटरनेट सुविधा से लैस किए जाने का कार्य प्रारंभ हुआ लेकिन संस्था की ओर से इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई। जिस कारण योजना ठंडे बस्ते में चली गई। इसके बाद शासन ने इंटरनेट सुविधा कार्य कॉमन सर्विस सेंटर से वापस लेकर बीएसएनल को सौंप दिया। इसके बाद से आज तक वाई-फाई सुविधा गांव में स्थित संस्थानों को प्राप्त नहीं हो सकी है। 2019 में जब इसकी शुरुआत हुई थी तो ग्रामीणों को लगा था कि अब गांव की परिस्थितियों बदल जाएंगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं पांच साल बीतने के बाद भी ग्रामीणों को वाई-फाई सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है। साथ ही
यह सुविधा बीएसएनएल की ब्रॉडबैंड सेवा है जो भारत सरकार की स्कीम है यह उन्हीं को करके देना है। जिला स्तर से अभी तक ग्राम पंचायतों में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी है।
अनिल वर्मा सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) बिजुआ